जगदलपुर.कलेक्टर हरिस एस द्वारा स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देश के परिपालन में मंगलवार को सीएचसी नांनगूर के अंतिम और सुदूर वनांचल ग्राम सुरदवाड़ा में रैपिड फीवर सर्वे का कार्य सेक्टर नांनगुर की संयुक्त स्वास्थ्य टीम द्वारा किया गया ।
गत दिवस उक्त ग्राम सुरंदवाड़ा के दो बच्चों में मलेरिया पीएफ पॉजिटिव पाया गया था, जिसके लिए आज सेक्टर नानगूर की टीम द्वारा आयुष्मान आरोग्य मंदिर काकरवाड़ा के आश्रित ग्राम सुरंदवाड़ा के खास पारा और डोंगरी पारा कुल 55 घरों का सर्वे कर 165 लोगों के मलेरिया की जांच की गई, जिसमें कोई भी नया मलेरिया का केस नहीं पाया गया । कल पाए गए दो पीएफ केस जिसमें तुलाराम पिता सुदरू 15 वर्ष ग्राम सुरेंद्र वाड़ा और नीलाधार पिता संतु उम्र 10 वर्ष ग्राम सुरदवाड़ा द्वारा मलेरिया से पीड़ित पाए गए थे। क्योंकि एक बच्चा नाग़लसर आश्रम में रहकर पढ़ाई करता है इसलिए नागलसर के आश्रम शाला, प्राथमिक शाला और माध्यमिक शाला के सभी 87 बच्चों के मलेरिया की जांच की गई। जिसमें किसी भी बच्चे में मलेरिया पैरासाइट नहीं पाया गया।
नागालसर ग्राम में कुल 87 बच्चों के जांच और उपचार किया गया। जिसमें सर्दी जुकाम के 7 मरीज और खुजली के 5 मरीज पाए गए। आरएफएस के निरीक्षण हेतु मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय बसाक के द्वारा बीएमओ डॉ. राधेश्याम भंवर के साथ उक्त दूरस्थ क्षेत्र के सुरंदवाड़ा और नागलसर का दौरा किया गया। इस दौरान स्वास्थ्य टीम में मलेरिया सुपरवाइजर सीएससी नांनगूर शरद गुप्ता ,सुपरवाइजर सेक्टर नांनगूर शिव भंडारी, सुपरवाइजर सीएससी नांनगुर नरेश मरकाम, आरएचओ जयदेव, गणेश नाग ,महेश्वर बघेल, पदम नाग सहित क्षेत्र के मितानिनों ने सक्रिय सहयोग दिया। वहीं सेक्टर नांनगुर में मंगलवार को आयुष्मान भारत शिविर में 21 वय वंदन कार्ड का भी निर्माण किया गया।


