सुकमा. छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की सदस्य अधिवक्ता दीपिका शोरी ने सुकमा जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर सरोज कुंवर के विरुद्ध आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं द्वारा की गई शिकायतों पर गंभीर संज्ञान लेते हुए, गुरुवार को स्वयं जिला कार्यक्रम अधिकारी शिवदास नेताम के कार्यालय पहुंचकर सख्त लहजे में जांच एवं कार्यवाही के निर्देश दिए।
इस दौरान उनके साथ बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाएं मौजूद रहीं, जिन्होंने आयोग सदस्य को अपनी पीड़ा और विभागीय उत्पीड़न से जुड़ी घटनाएं बताईं। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सुपरवाइजर सरोज कुंवर द्वारा दोरनापाल और डुब्बाटोटा सेक्टर की कई कार्यकर्ताओं से दुर्व्यवहार, अपमानजनक भाषा का प्रयोग, मानसिक दबाव एवं धमकी जैसे गंभीर कृत्य किए गए हैं।
शिकायतकर्ताओं ने बताया कि उक्त व्यवहार से विभागीय वातावरण दूषित हो गया है, जिससे कई कार्यकर्ता मानसिक रूप से परेशान हैं। एक कार्यकर्ता ने इस्तीफा दे दिया, एक ने आत्महत्या का प्रयास किया तथा एक अन्य कार्यकर्ता मुन्नी की हृदयाघात से मृत्यु हो गई। कार्यकर्ताओं का कहना था कि इन घटनाओं के बावजूद अब तक न तो विभागीय स्तर पर कोई ठोस जांच हुई और न ही जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है।
उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिए कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर 7 दिवस के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए और जांच प्रतिवेदन की प्रति राज्य महिला आयोग को भी भेजी जाए।
दीपिका शोरी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि आयोग उनकी हर समस्या में साथ खड़ा रहेगा और यदि जांच में आरोप सत्य पाए गए तो दोषियों के विरुद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
कार्यक्रम अधिकारी शिवदास नेताम ने कहा कि आज मेरे कार्यालय में छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की सदस्य दीपिका शोरी के साथ बहुत सी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका पहुंचीं थी उन्होंने हमारे विभाग की एक सुपरवाइजर के विरुद्ध शिकायत की है निश्चित ही उचित जांच होगी एवं शिकायत सही पाए गए तो दंडात्मक कार्यवाही होगी।


